सर दर्द शायरी इन हिंदी तुम्हें क्या पता किस हाल में जी रहे हैं जिंदगी का जहर घुट घुट कर पी रहे हैं तुमको सिर्फ अपना स्वार्थ सिद्ध करना था सच कह रहा हूं दर्द इतना ज्यादा बढ़ गया है आजकल मुझे कुछ दिखाई नहीं देता है तन्हा जीने पर मजबूर हूं - दर्द शायरी ख्वाहिश थी तुम्हें अपना बनाएंगे मगर अपनाने का हर तरीका फेल हो गया मेरे जिंदगी के साथ अजब गजब का खेल हो गया अधूरी चाहतों में तन्हा जीने पर मजबूर हूं
Hindi shayari | love shero shayari in Hindi
तुझ पर खुद से भी ज्यादा भरोसा करने लगा हूं आजकल हर धड़कन कहने लगी है बेहद बेशुमार प्यार करने लगा हूं अकेले गुजारा हो नहीं सकता करीब होने की कोशिश दिलो जान से करने लगा हूं
आशिकी का जुनून कुछ ऐसा चढ़ा है मोहब्बत में दीवाना होने लगा हूं खुद की खबर से मैं बेखबर हूं तुम्हारी यादों में खोया खोया सा रहने लगा हूं