सर दर्द शायरी इन हिंदी तुम्हें क्या पता किस हाल में जी रहे हैं जिंदगी का जहर घुट घुट कर पी रहे हैं तुमको सिर्फ अपना स्वार्थ सिद्ध करना था सच कह रहा हूं दर्द इतना ज्यादा बढ़ गया है आजकल मुझे कुछ दिखाई नहीं देता है तन्हा जीने पर मजबूर हूं - दर्द शायरी ख्वाहिश थी तुम्हें अपना बनाएंगे मगर अपनाने का हर तरीका फेल हो गया मेरे जिंदगी के साथ अजब गजब का खेल हो गया अधूरी चाहतों में तन्हा जीने पर मजबूर हूं
सच्चे मित्र विपत्ति के समय साथ देते हैं सिर्फ स्वार्थ सिद्ध करने वाले बुरे वक्त में साथ छोड़कर निकल जाते हैं शरीफ इंसान हर क्षेत्र में सफलता हासिल कर सकता है अच्छे स्वभाव के आदमी की मदद करने के लिए सब लोग तैयार हो जाते हैं जिसमें समझदारी ईमानदारी सच्चाई नियमितता दृढ़ता सभी गुण मौजूद होते हैं ऐसे मनुष्य का स्थान सबसे उच्च शिखर पर होता है मन में हजारों गलत कार्य के विचार आते रहते हैं जिसमें परिवर्तन करके बुराई को रोका जा सकता है