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मार्च, 2019 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

जो हमने राज छुपाए थे

जो हमने राज छुपाए थे उसे बेपर्दा कर दिया अच्छा भला था मौसम गर्दा कर दिया उन्हें समझ में आ चुका है मैं बात बदलने की कोशिश कर रहा हूं उनकी नजर में इतना नीचे गिर चुका हूं जिस खाई से कभी निकल नहीं सकता

ख्वाहिशों की दीवार पर

ख्वाहिशों की दीवार पर तुम्हारा नाम लिख देंगे आज से अपनी जिंदगी तुम्हारे नाम लिख देंगे मुझे छोड़ने के बारे में कभी सोचना भी मत वरना अपनी सांसों पर अपना इंतकाम लिख देंगे

हम अपने दिल के चौपाल पर शब्दों का तड़का लगाते हैं

हम अपने दिल के चौपाल पर शब्दों का तड़का लगाते हैं तेरी मोहब्बत है कि शायरी बनाते हैं आज कल तुम्हारी मीठी खूबसूरत बातों को सोचकर मुस्कुराते हैं

दर-दर ठोकर खा रहा हूं

दर-दर ठोकर खा रहा हूं अपनी खुदगर्जी से काश अपने दिल को समझा पाया होता, ना अपने दिल की फरमान लिए उसके पास जाता ना उसकी तीखी बातों का दर्द मुझको मिलता

तुम बेवफा होकर जा रही हो

तुम बेवफा होकर जा रही हो तो जाओ मगर मेरे दिल के सुकून का कोई इंतजाम कर दो तुम्हारे जाने के बाद मैं जी नहीं सकता या फिर जाने से पहले मेरा काम तमाम कर दो