सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

संदेश

2018 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Sar dard shayari in Hindi

सर दर्द शायरी इन हिंदी  तुम्हें क्या पता किस हाल में जी रहे हैं जिंदगी का जहर घुट घुट कर पी रहे हैं तुमको सिर्फ अपना स्वार्थ सिद्ध करना था सच कह रहा हूं दर्द इतना ज्यादा बढ़ गया है आजकल मुझे कुछ दिखाई नहीं देता है तन्हा जीने पर मजबूर हूं - दर्द शायरी ख्वाहिश थी तुम्हें अपना बनाएंगे मगर अपनाने का हर तरीका फेल हो गया मेरे जिंदगी के साथ अजब गजब का खेल हो गया अधूरी चाहतों में तन्हा जीने पर मजबूर हूं

आपके चाहतों का असर मुझ पर ऐसा हुआ

आपके चाहतों का असर मुझ पर ऐसा हुआ मैं खुद से बेकाबू हो गया अब खुद को संभाल पाना मुश्किल तो है इजहार करने का इंतजार है इजहार करने से पहले जो प्यार मुझको मिला अनमोल है

समय बदलेगा समस्याओं का हल निकल जाएगा

समय बदलेगा समस्याओं का हल निकल जाएगा घबराकर संघर्ष करना छोड़ दोगे अगर धीरे धीरे सब कुछ बिखर जाएगा हौसला खुद में बना कर रखोगे अगर एक दिन मुकद्दर संवर जाएगा